सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

आरती श्री दुर्गाजी ______________अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी॥सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,दुष्टों को तू ही ललकारती।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥माँ-बेटे का है इस जग मे बडा ही निर्मल नाता।पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,दुखियों के दुखडे निवारती।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।हम तो मांगें तेरे चरणों में छोटा सा कोना॥सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,सतियों के सत को सवांरती।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,भक्तों के कारज तू ही सारती।।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥वनिता कासनियां पंजाब द्वारा॥ जय माता दी ॥

आरती श्री दुर्गाजी 
______________

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।
दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी॥
सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

माँ-बेटे का है इस जग मे बडा ही निर्मल नाता।
पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥
सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखडे निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।
हम तो मांगें तेरे चरणों में छोटा सा कोना॥
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।
वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥
माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती।।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

॥ जय माता दी ॥

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जय बाबा खेतरपाल जी

BABA KHETR  PAL वनिता कासनियां पंजाब द्वारा बाबा खेतरपाल मन्दिर-रावतसर Hindi बाबा खेतरपाल मन्दिर-रावतसर बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम राजस्थान के जिला हनुमानगढ के रावतसर तहसील मे मेगा हाईवे हनुमानगढ रोड़ पर स्थित बाबा खेतरपाल मन्दिर है। धर्म नगरी के नाम से मशहूर रावतसर कस्बे मे यूँ तो कई मन्दिर व देव स्थान है लेकिन बाबा खेतरपाल मन्दिर की आस्था भारतवर्ष के कोने कोने मे फैली हुई है। दूर दराज से श्रद्धालु बाबा खेतरपाल जी के धोक लगा कर अपनी मन्नते पूरी करने के लिए आते है। अपनी मनोकामना पूरी होने पर लडडू,बतासे,तैल,सिन्दूर आदि का प्रसाद चढाते है, तो कोई उबले चने (बाकळे) व जीवित बकरे जिसे अमर बकरे के नाम से जाना जाता है को भी चढाते है। इस मन्दिर मे भारी संख्या मे आने वाले श्रद्धालुओ के लिए रहने ठहरने आदि का पूरा प्रबन्ध मन्दिर निर्माण कमेटी द्वारा किया जाता हैं। पता: बाबा खेतरपाल मन्दिर, हनुमानगढ-सरदार शहर रोड़, रावतसर, राजस्थान-335524 कैसे पहुँचे : रावतसर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राज्य द्वारा स्वचलित बसें और निजी टैक्सियां हैं। सभी बजटों के अनुरूप परिवहन आसानी से ...